Best Fariha Naqvi Poetry and Shayari Images in Hindi
I invested this afternoon reading Fariha Naqvi poetry, and these are my favorite lines so far.
I hope you also like these Fareeha Naqvi shayari images.
Best Fariha Naqvi Poetry
दिन गुज़र जाते हैं क़ुर्बत के नए रंगों से
रात पर रात है वो ख़्वाब पुराना चाहे
वो ख़ुदा है तो भला उस से शिकायत कैसी?
मुक़्तदिर है वो सितम मुझ पे जो ढाना चाहे
किसे दुख सुनाएँ सभी तो यहाँ पर
शुमार अपने अपने अलम कर रहे हैं
दुआ क्या दूँ भला जाते हुए मैं
तुम्हें तकने से ही फ़ुर्सत नहीं है
तुम्हें पाने की हैसिय्यत नहीं है
मगर खोने की भी हिम्मत नहीं है
Best Fariha Naqvi Shayari
मिरे हिज्र के फ़ैसले से डरो तुम!
मैं ख़ुद में अजब हौसला देखती हूँ
तुम मिरा दर्द क्या समझ पाते
तुम ने तो शेर तक नहीं समझा
देख तेज़ाब से जले चेहरे
हम हैं ऐसे समाज का हिस्सा
Best Fariha Naqvi Hindi Shayari
लड़खड़ाना नहीं मुझे फिर भी
तुम मिरा हाथ थाम कर रखना
खुल कर आख़िर जहल का एलान होना चाहिए
हक़-परस्तों के लिए ज़िंदान होना चाहिए
दिल से शर्मिंदा हूँ ये अशआ’र जो मैं ने कहे
आप के ए’ज़ाज़ में दीवान होना चाहिए
आँखें ब्लैक-एण्ड-वाइट हैं तो फिर इन में क्यूँ
रंग-बिरंगे ख़्वाब कहाँ से आते हैं
छोड़ो जाओ कौन कहाँ की शहज़ादी
शहज़ादी के हाथ में छाले होते हैं
दर्द को इस से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता
हम बे-कार हुरूफ़ उलटते रहते हैं
शाम हुई तो घर की हर इक शय पर आ कर झपटे
आँगन की दहलीज़ पे बैठे वीरानी के साए
हर इक धड़कन दर्द की गहरी टीस में ढल जाती है
रात गए जब याद का पंछी अपने पर फैलाए
किस किस फूल की शादाबी को मस्ख़ करोगे बोलो!!!
ये तो उस की देन है जिस को चाहे वो महकाए
इस से पहले कि मैं अज़िय्यत में
अपनी आँखों को नोच लूँ आ जा
देख! मैं याद कर रही हूँ तुझे
फिर मैं ये भी न कर सकूँ आ जा
Did you enjoy Fariha Naqvi Poetry in Hindi?
I hope you liked the hindi shayari by Fariha Naqvi as much as I did.
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